तोंद पर कविता
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चुस्त बनो सब जवानो बदला है परिवेश।
तोंद घटाओ पुलिस की ऊपर से आदेश॥
ऊपर से आदेश मोटापा दूर भगाओ।
करो नित्य व्यायाम बदन में फुर्ती लाओ॥
औसत से ज्यादा जिसका भी पेट बढ़ेगा।
लाद पीठ पर मुझको वो ही दौड़ करेगा॥
खान पान आहर पर देना होगा ध्यान।
चर्बी बढ़े न देह की सुनो लगाकर कान॥
सुनो लगाकर कान डाइटिंग कर दो चालू।
चलो हिरन की तरह नहीं जैसे थुलथुल भालू॥
घर का बना शुद्द और पौष्टिक खाना खाओ।
मुफ्त मलाई छोड़ तोंद अपनी पिचकाओ॥