स्वागत समारोह कविता
Prof. Ramesh Chandra Budhani |
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सुस्वागत बुधानी सर एनपीएल में आज करते हैं।
विलम्बित है बहुत यह बात भी स्वीकार करते हैं॥
कोई मौका नहीं पाया इसे पहले जो कह पाते।
आज हैं सामने तो हम इसे इजहार करते हैं॥
गौरवान्वित हुए हैं हम निदेशक आपको पाकर।
प्रतिष्ठा में जड़ेंगे चाँद तारे आप हम मिलकर॥
कुशल नेतृत्व की शुभकामना देते हैं सब दिल से।
इशारों पर चलेंगे आपके इकरार करते हैं॥